लोकतंत्र से आप क्या समझते हैं लोकतांत्रिक शासन की सफलता के लिए प्रमुख आवश्यक परिस्थितियों का वर्णन कीजिए

 लोकतंत्र से तात्पर्य उस शासन प्रणाली से है, जिसमें जनता मतदान के द्वारा अपने प्रतिनिधि का चुनाव करती है। यह चुने प्रतिनिधि मिलकर एक सरकार का निर्माण करते हैं और यह सरकार जनता के प्रतिनिधि के रूप में शासन स्थापित करती है।

लोकतंत्र के विभिन्न रूप इस प्रकार हैं...

  • राजनीतिक लोकतंत्र — राजनीतिक लोकतंत्र को भूतकाल में व्यक्तिवादी लोकतंत्र कहा जाता था, लेकिन आज के समय में इसे उदारवादी लोकतंत्र कहा जाता है। आधुनिक युग में राजनीतिक लोकतंत्र की शुरुआत पश्चिमी देशों से हुई थी।
  • सामाजिक लोकतंत्र — समाज के एक प्रकार के रूप में स्थापित लोकतंत्र को सामाजिक लोकतंत्र कहा जाता है। सामाजिक लोकतंत्र से तात्पर्य सामाजिक समानता की भावना है अर्थात समाज में वर्ण, जाति, धर्म, भाषा, लिंग, धन, नस्ल आदि के आधार पर किसी तरह का भेदभाव ना हो।
  • आर्थिक लोकतंत्र — आर्थिक लोकतंत्र से तात्पर्य अर्थव्यवस्था के प्रकार के रूप में है। आर्थिक लोकतंत्र का विचार मार्क्सवादियों एवं समाजवादियों का रहा है।
  • नैतिक लोकतंत्र — नैतिक लोकतंत्र को एक नैतिक व आध्यात्मिक जीवन दर्शन के रूप में स्वीकार किया जाता है। लोकतंत्र के प्रति नैतिक दृष्टि की भावना रखना ही नैतिक लोकतंत्र है और इस लोकतंत्र के अंतर्गत मानव मूल्यों को समाज व शासन का मूल आधार माना जाता है।

No comments: