अध्याय-समीक्षा
- परिवहन और संचार हमारी राष्ट्रिय अर्थव्यस्था की जीवन रेखाएँ हैं |
- भारत का सड़क जाल लगभग 23 लाख किमी. है |
- रेल वायु एवं जल परिवहन, समाचार पत्र, रेडियो, दूरदर्शन, इन्टरनेट आदि सामाजिक-आर्थिक विकास में अनेक प्रकार से सहायक है |
- स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग दिल्ली, मुंबई, चेन्नई तथा कोलकाता को आपस में जोड़ती हैं |
- प्रति सौ वर्ग किमी. क्षेत्र में सडकों की लंबाई को सड़क घनत्व कहते है |
- राष्ट्रिय राजमार्गों का रख-रखाव केन्द्रीय लोकनिर्माण विभाग द्वारा किया जाता है |
- सीमा सड़क संगठन का कार्य सीमा पर स्थित सडकों का निर्माण और रख-रखाव करना है |
- भारतीय रेल परिवहन को 16 रेल प्रखंडों में बाँटा गया है |
- रेलवे को गज के आधार पर बड़ी लाइन तथा छोटी लाइन में बाँटा गया है|
- देश का 95 प्रतिशत व्यापार समुद्रों द्वारा होता है |
- वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण सन् 1953 में किया गया |
- पिछले तीन दशकों में भारत में पर्यटन उद्योग में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है |
- प्रत्येक वर्ष, भारत में 26 लाख से अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं |
अभ्यास :7 (राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ)
1. बहुवैकल्पिक प्रश्न :-
(a) निम्न में से कौन - से दो दूरस्थ सिथत स्थान पूर्वी -पशिचमी गलियारे से जुड़े है ?
(क) मुंबई तथा नागपुर
(ख) मुंबई तथा कोलकाता
(ग) सिलचर तथा पोरबंदर
(घ) नागपुर तथा सिलीगुड़ी
उत्तर :- (ग) सिलचर तथा पोरबंदर |
(b) निम्नलिखित में से परिवहन का कौन - सा साधन व्हानातरण हानियों तथा देरी को घटता है
(क) रेल परिवहन |
(ख) पाइप लाइन |
(ग) सड़क परिवहन |
(घ) जल परिवहन |
उत्तर :- (ख) पाइप लाइन |
(c) निम्न में से कौन सा राज्ये हजीरा - विजयपुर - जगदीशपुर पाइप लाइन से नही जुडा है ?
(क) मध्य - प्रदेश |
(ख) गुजरात |
(ग) महाराष्ट्र |
(घ) उतरप्रदेश |
उत्तर :- (ग) महाराष्ट्र |
(d) इनमे से कौन सा पतन पूर्वी तट पर स्थित है जो अंत स्थलीय तथा अधिकतम गहराई का पतन है तथा पूर्ण सुरक्षित है ?
(क) चेन्नई |
(ख) तुतिकोरिन्र |
(ग) पारादीप |
(घ) विशाखापटनम |
उत्तर :- (घ) विशाखापटनम |
(e) निम्न्ब में से कौन - सा परिवहन साधन भारत में प्रमुख साधन है ?
(क) पाइपलाइन |
(ख) सड़क परिवहन |
(ग) रेल परिवहन |
(घ) वायु परिवहन |
उत्तर :- (ग) रेल परिवहन |
(f) निम्न में से कौन - सा शब्द दो या अधिक देशों के व्यापार को दर्शाता है ?
(क) आतंरिक व्यापार |
(ख) बाहरी व्यापार |
(ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार |
(घ) अतःनीय व्यापार |
उत्तर :- (ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार |
2. निम्नलिखित प्रश्नों उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए |
(a) सड़क परिवहन के तीन गुण बताएँ ?
उत्तर :- (क) सड़क निर्माण में लगत कम आती है |
(ख) ऊँचे , ऊबड़ - खाबड़ तथा विभिन्न भू - भागों में भी सड़कें बनाई जा सकती है |
(ग) सड़कें अपेक्षाकृत कम व्यकित्यों , कम दूरी तथा कम वस्तुओं के परिवहन में मितव्ययी है |
(b) रेल परिवहन कहाँ पर अत्यिधक सुविधाजनक परिवहन साधन है तथा क्यों ?
उत्तर :- रेल परिवहन मैदानी क्षेत्रों में ज्यादा सुविधाजनक होता है क्योंकि मैदानी क्षेत्रों में समतल भूमि , सघन आबादी , तथा प्रचुर मात्रा में संसाधन सुलभ होते है |
(c) सीमांत सडकों का महत्त्व बताएँ ?
उत्तर :- सीमांत सडकों के विकास के परिणामस्वरूप दुर्गम क्षेत्रों में अधिगाम्यता में वृद्धि हुई है | इनके द्वारा उत्तर पूर्वी क्षेत्रों का आर्थिक विकास संभव हुआ है |
(d) व्यापर से आप समझते है ? स्थानीय व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अंतर स्पष्ट करें ?
उत्तर :- विभिन्न राज्यों या देशों में मध्य विभिन्न प्रकार की वस्तुओं एवं सेवाओं के लेन - देन को व्यापर कहा जाता है | स्थानीय व्यापार देश के विभिन्न राज्यों , गाँवों , कस्बों तथा शहरों में स्थानीय स्तर पर होता है , जबकि अंतर्राष्ट्रीय व्यापर विभिन्न राष्ट्रों के बीच होता है |
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दीजिए ?
(a) परिवहन तथा संचार के साधन किसी दर्श की जीवन रेखा तथा अर्थव्यवस्था क्यों कहे जाते है ?
उत्तर :- किसी भी राष्ट्र के विकास की गति वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन के सतह उनके एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहाँ पर भी आश्रित कराती है विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ व्यापर एवं परिवहन के प्रभाव क्षेत्र में व्यापक बढोतरी हुई है अत्यधिक सक्षम व तीव्रगति वाले परिवहन के कारण आज संपूर्ण विश्व एक गाँव की भाँति दिखाई देता है | इसी तरह विचारों का आदान - प्रदान और ज्ञान , व्यापारिक सौदे आदि कुशल संचार माध्यमों पर निर्भर करते है | चूँकि परिवहन का यह विकास के परिणामस्वरूप ही संभव हुआ है अत: परिवहन , संचार व व्यापर एक दूसरे के पूरक है | इस तरह स्पष्ट है कि सघन व सक्षम परिवहन का जाल तथा संचार के साधन किसी भी राष्ट्र के आर्थिक विकास के लिए पूर्व - अपेक्षित है |
(b) पिचले पन्द्रह वर्षा में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रवृत्ति पर एक लेख लिखें ?
उत्तर :- विगत 15 वर्षें में भारत के विश्व व्यापर में भारी परिवर्तन देखने मी आया है | वर्तमान मी भारत से वस्तुओं के आदान - प्रदान की बजे सूचनाओं , ज्ञान और प्रौद्योगिकी के आदान - प्रदान में बढ़ोतरी हुई है | आज भारत के विदेशी व्यापर की एक सॉफ्टवेयर महाशाकित है | भारत के विदेशी व्यापर की कतिपय महत्वपूर्ण प्रवृत्तियाँ इस तरह है -
(क) भारत द्वारा आयातित वस्तुओं में पेट्रोलियम उत्पादकों में बढ़ोतरी का प्रतिशत 41.87 % तथा कोक तथा कोयले का गोला एवं कोयले का आयात 94.17 % रहा |
(ख) भारत द्वारा तकरीबन 67.01 % उर्वरकों का विदेशी में आयात किया जाता है |
(ग) भारत द्वारा किए जाने वाले वृहद् मशीनरी के आयात में 39.09 % की वृद्धि हुई है |
(घ) पिछले तीन दशकों के दौरान भारत के पर्यटन उघोग में काफी बढ़ोतरी हुई है वर्ष 2004 के दौरान इसमे 23.5 % की बढ़ोतरी दर्ज की गई , जिसके परिणामस्वरूप 21,828 करोड़ रूपये विदेशी मुद्रा की प्रापित हुई |
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