मणिपुर रियासत का विलय भारत संघ में किस प्रकार सम्पन्न हुआ? संक्षेप में समझाइए।

  मणिपुर रियासत का विलय भारत संघ में किस प्रकार सम्पन्न हुआ? संक्षेप में

समझाइए।

Ans. मणिपुर का भारत संघ में विलय (Annexation of Manipur of India Union

भारतीय सरकार और राजा में समझौता (Agreement between Indian Government and India ruler)-आजादी के चंद रोज पहले मणिपुर के महाराजा बोधचंद्र सिंह ने भारत सरकार के साथ भारतीय संघ में अपनी रियासतों के विलय के एक सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। इसकी एवज में उन्हें यह आश्वासन दिया गया था कि मणिपुर की आंतरिक स्वायतत्त्ता बरकरार रहेगी।

चुनाव (Election)-जनमत के दबाव में महाराजा ने 1948 ई० के जून में चुनाव करवाया और इस चुनाव के फलस्वरूप मणिपुर की रियासत में संवैधानिक राजतंत्र कायम हुआ। मणिपुर भारत का पहला भाग है जहाँ सार्वभौम वयस्क मताधिकार के सिद्धांत को अपनाकर चुनाव हुए।

(M) राजनैतिक दलों में मतभेद (Differences among Political Parties) मणिपुर की विधान सभा में भारत में विलय पर गहरे मतभेद थे। मणिपुर की काँग्रेस चाहती थी कि इस रियासत को भारत में मिला दिया जाए जबकि दूसरी राजनीतिक पार्टियाँ इसके खिलाफ थीं।

(iv) अंतिम समझौता और विलय (Find Agreement and Annexation) मणिपुर की निर्वाचित विधान सभा से परामर्श किए बगैर भारत सरकार ने महाराजा पर दबाव डाला कि वे भारतीय संघ में शामिल होने के समझौते पर हस्ताक्षर कर दें। भारत सरकार को इसमें सफलता मिली। मणिपुर में इस कदम को लेकर लोगों में क्रोध और नाराजगी के भाव पैदा हुए। इसका असर आज तक देखा जा सकता है।

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